आत्म-विकास की कोई सीमा नहीं है। यदि हमारे भीतर पर्याप्त इच्छा हो और हम आवश्यक मानसिक अभ्यास करने को तैयार हों, तो हम अपने मन को अकल्पनीय ऊँचाइयों तक उठा सकते हैं।

आत्म-विकास की कोई सीमा नहीं है। यदि हमारे भीतर पर्याप्त इच्छा हो और हम आवश्यक मानसिक अभ्यास करने को तैयार हों, तो हम अपने मन को अकल्पनीय ऊँचाइयों तक उठा सकते हैं।

Power of Thoughts11 Nov 2025